Monday, July 21, 2025

Explore more Articles in

चालीसा

॥ श्री गणेश चालीसा ॥

॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन,  कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण,  जय जय गिरिजालाल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गणराजू।  मंगल भरण करण...

॥ शिव चालीसा  ॥

******* ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल...

॥ हनुमान चालीसा ॥

॥ दोहा ॥ ********** श्री गुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुर सुधारि। बरनउं रघुबर विमल जसु, जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जानिकै, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि विद्या...

॥ श्री दुर्गा चालीसा ॥

॥ चौपाई ॥ ******** नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निराकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल...

Other Categories