Monday, July 21, 2025

Explore more Articles in

आरती

॥ श्री जगदीश जी की आरती ॥

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्तजनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥ ॐ जय जगदीश हरे… जो ध्यावै फल पावै, दुःख विनसे मनका। सुख-सम्पति...

🔱 माँ पार्वती की आरती 🔱

जय पार्वती माता, जय पार्वती माता, जय पार्वती माता।ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता।। जय पार्वती माता, जय पार्वती माता। अरिकुल पद्म विनाशिनी निज सेवक...

🔱 ॐ कालरात्रि माता की आरती 🔱

कालरात्रि जय जय महाकाली।काल के मुँह से बचानेवाली।। दुष्ट संहारक नाम तुम्हारा।महाचंडी तेरा अवतारा।। पृथ्वी और आकाश पे सारा।महाकाली है तेरा पसारा।। खप्पर खड्ग रखनेवाली।दुष्टों का लहू...

|| माँ कामाख्या देवी की आरती ||

आरती कामाक्षा देवी की ।जगत् उधारक सुर सेवी की ॥ गावत वेद पुरान कहानी ।योनिरुप तुम हो महारानी ॥सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी ।लहे दरस सब...

|| शीतला माता की आरती ||

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता,आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता। जय शीतला माता… रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भ्राता,ऋद्धि-सिद्धि चंवर ढुलावें, जगमग...

|| श्री तुलसी माता आरती ||

जय जय तुलसी मातासब जग की सुख दाता, वर दाताजय जय तुलसी माता॥ सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपररुज से रक्षा कर के...

|| संतोषी माता की आरती ||

जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।अपने सेवक जन को, सुख संपत्ति दाता।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. सुंदर, चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो।हीरा...

॥ आरती श्री गंगा जी ॥

ॐ जय गंगे माता,मैया जय गंगे माता। जो नर तुमको ध्याता,मनवांछित फल पाता॥ ॐ जय गंगे माता॥ चन्द्र-सी ज्योति तुम्हारी,जल निर्मल आता। शरण पड़े जो तेरी,सो नर तर...

॥ माँ सरस्वती आरती ॥

जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।सदगुण वैभवशालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥जय सरस्वती माता॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि, दृगति मंगलकारी।सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी॥जय सरस्वती माता॥ बाएँ कर में...

|| माँ दुर्गा आरती ||

जय अम्बे गौरी मैया जय मंगल मूर्ति।तुमको निसदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिव री।। मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमद को।उज्ज्वल से दौड़ नैना चंद्रबदन नीको।। कनक समान...

Other Categories